नवरात्रि के पावन अवसर पर जय मां उग्रतारा सेवा दल, नगर के द्वारा दशमी के दिन भक्तों के लिए भव्य भंडारा का आयोजन किया गया। इस भंडारे में माता के दर्शन करने आए हजारों श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे कार्यक्रम की रौनक और भी बढ़ गई।
भंडारे का आयोजन स्थानीय मंदिर परिसर के नगर चौक के पास किया गया था, जहां भक्तों ने मां दुर्गा की आराधना की और प्रसाद के रूप में स्वादिष्ट खीर का आनंद लिया। सेवा दल के सदस्यों ने इस कार्यक्रम की तैयारियों में दिन-रात मेहनत की और सभी भक्तों के लिए उच्च गुणवत्ता का प्रसाद सुनिश्चित किया।
समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा देना
सेवा दल के सदस्यों ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन का उद्देश्य न केवल धार्मिक भावना को प्रोत्साहित करना है, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा देना है। भक्तों का कहना था कि ऐसे भंडारे से उन्हें मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और समाज में भाईचारे की भावना मजबूत होती है।
युवा पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जोड़े रखना उद्देशय : रंजीता एक्का, मुखिया
इस अवसर पर स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया और सेवा दल के प्रयासों की सराहना की। स्थानीय मुखिया सुश्री रंजीता एक्का ने कहा कि युवाओं द्वार इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों से समाज में एकता का संदेश फैलता है और युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ता है।
भंडारे में भाग लेने वाले भक्तों ने सेवा दल के सदस्यों का धन्यवाद किया और मां उग्रतारा की कृपा के लिए प्रार्थना की। इस भंडारे का आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक समरसता का प्रतीक भी बना।
अष्टमी को भंडारे में खिचड़ी की थी व्यवस्था
दशमी से पूर्व भी जय मां उग्रतारा सेवा दल, नगर के द्वारा अष्टमी के दिन भक्तों के लिए शुद्ध खिचड़ी की भी व्यवस्था की गई थी| इस दिन भी भारी संख्या में माता के भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया|
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