दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना (Lieutenant Governor Vinay Kumar Saxena) को सौंपा। इस इस्तीफे के बाद, दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ आया है, क्योंकि आम आदमी पार्टी (AAP) ने आतिशी को दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री के रूप में चुनने का फैसला किया है।
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी आतिशी
आज दिल्ली विधानसभा के आप विधायक दल की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आतिशी, जो वर्तमान में दिल्ली की शिक्षा मंत्री हैं, वो अगले विधानसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री का पद संभालेंगी। बैठक में मौजूद आप नेता और मंत्री गोपाल राय ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और केंद्र सरकार ने आम आदमी पार्टी को समाप्त करने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, लेकिन AAP ने इन प्रयासों को विफल कर दिया है।
जनता का जनादेश अरविंद केजरीवाल के पक्ष में : सौरभ भारद्वाज
आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। दिल्ली की जनता का जनादेश अरविंद केजरीवाल के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जनता से वादा किया है कि जब तक जनता की ओर से दोबारा आदेश नहीं आएगा, तब तक वे मुख्यमंत्री पद पर नहीं बैठेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अगले पांच सालों के लिए अरविंद केजरीवाल का प्रभाव बना रहेगा। यह स्थिति भगवान राम की अनुपस्थिति में भरत द्वारा उनकी खड़ाऊ रखकर शासन करने की तरह होगी।
नई मुख्यमंत्री आतिशी किन नीतियों और सुधारों को लागू करती हैं
यह बदलाव दिल्ली की राजनीतिक स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है। आतिशी की नियुक्ति के साथ, AAP ने स्पष्ट संकेत दिया है कि पार्टी की एकजुटता और दिशा बदलती नहीं दिख रही है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि नई मुख्यमंत्री आतिशी अपने कार्यकाल में किस प्रकार की नीतियों और सुधारों को लागू करती हैं।
Leave a Reply