लातेहार जिला के चंदवा प्रखंड अंतर्गत हुटाप पंचायत के अति सुदूरवर्ती गांव बसडीहा में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय की स्थिति अत्यंत ही दयनीय है. इस स्कूल के कुछ बच्चों को छोड़कर बाकी सभी बच्चे, इस कड़ाके की ठंड में बिना स्वेटर के ही स्कूल आने को मजबूर हैं.
छोटे छोटे बच्चों से ढुलाये जा रहे हैं भोजन के गर्म बर्तन
दरअसल, बात केवल स्वेटर तक ही सीमित नहीं रही. इस स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे मध्यान भोजन को किचन रूम से खुद लेकर स्कूल के बरामदा तक लाते हैं. ऐसे में आप सोच सकते हैं कि जिस बर्तन में खाना बनमता होगा वो कितना गर्म रहता होगा. वहीं, जब भोजन परोसी गई तो बच्चों की थाली में से अंडा गायव दिखा.
थााली से अंडा और फल गायब
इसके अलावा बच्चों की थाली से मौसमी फल भी गायब दिखी. भोजन में बच्चों को चावल, दाल और आलू कद्दू की सब्जी परोसी गई. वहीं, भोजन की मात्रा इतनी कम थी कि बहुत सारे बच्चे आधे पेट खाना खाकर रह गए.
शिक्षिका ने बताई यह वजह ?
वहीं, मौके पर मौजूद स्कूल में कार्यरत शिक्षिका नीलम अंजली धान से उक्त विद्यालय के समस्या के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम बच्चों को सरकार द्वारा निर्धारित मेन्यू के आधार पर भोजन कराते हैं. लेकिन आज मेरी गाड़ी खराब हो गई थी जिसके चलते अंडा या फल नहीं खिला सकी.
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